सेवा जोहार सगाजन
आप सभी से अवगत किया जा रहा है कि गोंडवाना अस्मिता बहुउद्देशिय संस्था, रजि.नं. महा.31/18 को समाज के हितैषी और जागरूक सगाजनों के द्वारा स्थापित किया गया है।
इस संस्था की उपयोगिता केवल गोंड समुदाय तक सिमीत न होकर संपूर्ण भारतवर्ष की अनुसूचित जनजाति के लिए है।
आज हमारा समाज आर्थिक स्तर से बहुत ही कमजोर है।इस कारण हमारे समाज को लगातार (सामाजिक, राजकीय,शैक्षणिक,धार्मिक) क्या-क्या हानि पहुँच रही है,आप सभी देखते आ रहे है।
इन्हीं कठिनाइयों के बीच हमारा युवा पढ लिखकर उभर नही पा रहा है,इन्हीं प्रतिभाओं को उभार कर समाज हित मे लगाने का गोंडवाना अस्मिता बहुउद्देशिय संस्था का पहला कार्य है।
आप सभी इस संस्था के माध्यम से समाज मे व्याप्त जटिल और ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचार, ज्ञान, तन-मन-धन से समाज जागृति और भरघोस सहयोग दे सकते है।
संस्था ने अपने छोटेसे कार्यकाल मे ही विविध (सामाजिक,शैक्षणिक,धार्मिक) सामाजिक गतिविधियों मे अपना महत्वपूर्ण सहयोग देते आ रही है।जैसे की, हाल ही के शोषण के खिलाफ ,आपदा राहत, शिक्षा क्षेत्र , जरुरतमंदो के इलाज मे आर्थिक मदद ईत्यादि महत्वपूर्ण कार्यों मे लगातार संस्था योगदान देते आ रही है। औ भी कही उद्देश हैं जो संस्था उस्को अमल में लान के लिये प्रयत्नशील हैं इसके लिये अस्मिता(गो.अ.ब.स) को आप सभी सगाजन से मदत(सद्यस बनने) की जरूरत हैं.
आप जानते है ऐसे सामाजिक संस्था चलाना एक अकेले का काम नही है।तन मन धन से सामुहिक(आर्थिक)योगदान से ही संभव है।
इस लिए आज यह संस्था गनगौर अंधेरे मे छोटीसी किरण बन सकती है और इसी दिशा मे अग्रेसर है।
इसलीये आज इस संस्था से विद्यार्थी,कामगार, कर्मचारी,अधिकारी, समाज सेवी ऐसे सभी वर्ग के सगाजन जिन्हें समाज के प्रति कुछ कर गुजरने की इच्छा है ,लगातार जुडते जा रहे है।
इस संस्था के द्वारा आप सभी को समाज के लिये कुछ अच्छा करणे का मौका मिल रहा हैं। क्यू हम सब भारत के मूलवंशज अपने समाज के विकास में हात बढाये। आप अपनी नौकरी व्यवसाय औरस शिक्षा के साथ भी अपने समाज की सेवा कर सकते हैं ।
अगर आप जुडणा चाहते हो तो कृपया अपना मोबाईल नंबर और शहर का नाम कंमेंट करे ताकी आपसे संपर्क किया जा सके..!!!
या फिर आप
संस्था के विस्तृत जानकारी के लिए निम्न महानुभावोंसे संपर्क स्थापित करें…!!!
अशोक मडावी। 7999026431
महेश कंगाली 9823011943, 9158948234
कपिल कोटनाके 9921222858
शामराव उसेंडी 8347134782